कुंभ: स्थायी प्रकृति के हों कार्य, भविष्य में भी मिलेगा लाभ

स्थानीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कुंभ के मद्देनजर तीर्थनगरी ऋषिकेश में होने वाले विकास कार्य स्थायी प्रकृति के होने चाहिए, ताकि भविष्य में भी लोगों को इनका लाभ मिल सके। कुंभ 2021 को लेकर बुधवार को देहरादून में आयोजित बैठक में इस संबंध में विस अध्यक्ष ने कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत को आवश्यक दिशा निर्देश दिए


विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि 404 करोड़ रुपये के कार्य स्थायी रूप से होने हैं, जिसे प्राथमिकता एवं वरीयता के क्रम में शीघ्र पूरा किया जाए। अग्रवाल ने कहा है कि स्वीकृत योजनाओं के साथ चंद्रभागा पर पुल का निर्माण, आस्था पथ पर गंगा के किनारे टूटे घाटों का पुर्ननिर्माण, गौरी शंकर मंदिर पर पुल का निर्माण, हरिपुरकलां में सीवरेज एवं सड़कों का निर्माण, ब्रह्मपुरी में सड़कों का निर्माण एवं त्रिवेणी घाट में गंगा की धारा को त्रिवेणी घाट पर लाने आदि कार्य किए जाने हैं।
अग्रवाल ने कहा है कि कुंभ मेले के दौरान ऋषिकेश नगर व आसापास के क्षेत्र में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए पेयजल की लाइनें बिछाई जानी चाहिए, साथ ही जो लाइनें क्षतिग्रस्त हैं, उनकी शीघ्र मरम्मत की जाए। अग्रवाल ने कहा है कि कुंभ मेले के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऋषिकेश पहुंचते हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसलिए तमाम विकास के कार्यों को गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूरा किया जाना चाहिए। इस अवसर पर कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने विधानसभा अध्यक्ष से सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कराए जाने की बात कही।