हरिद्वार। उगते सूर्य को अर्ध्य देने के साथ चार दिन चलने वाले सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा का रविवार को संपन्न हो गया। हरकी पैड़ी समेत तमाम घाटों पर व्रतधारी महिलाओं व श्रद्धालुओं ने ढोल नगाड़ों की ध्वनि के बीच उगते सूर्य को जल देकर व्रत का पारायण किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जमकर आतिशबाजी भी की। बिहार महासभा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाण्डेय ने बताया कि छठ पूजा बिहार एवं पूर्वांचल का मुख्य लोकपर्व है। छठ पूजा पर अवकाश घोषित करने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुए चंद्रकांत पाण्डेय ने बताया कि स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने भी अमेरिका से छठ पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। संरक्षक अजीत कुमार ने कहा कि आस्था से जुड़ा सूर्योपासना का पर्व छठ चैत्र व कार्तिक मास में वर्ष में दो बार मनाया जाता है। रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों में छठ पूजा का उल्लेख मिलता है। महामंत्री संतोष पाण्डेय ने बताया कि नहाय खाय से शुरू होकर लोहंडा, डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर एवं इसके बाद उगते सूर्य को जल देकर छठ व्रत का पूर्ण होता है। इस अवसर पर जितेंद्र पाण्डेय, मनोज पाण्डेय, कौशल पाण्डेय, मीणा देवी, संजू पाण्डेय, अजय पाण्डेय आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
उगते सूर्य को अर्ध्य देने के साथ संपन्न हुआ छठ महोत्सव